Question
Download Solution PDFप्रयोगात्मक शोध की योजना बनाने के लिए निम्नलिखित चरणों को तार्किक क्रम में व्यवस्थित कीजिए।
(A) मार्गदर्शी अध्ययन
(B) प्रयोग का संचालन
(C) शोध अभिकल्प
(D) समस्या का चयन
(E) विन्यास का चयन
नीचे दिये गये विकल्पों में से सही उत्तर चुनिये:
Answer (Detailed Solution Below)
Option 3 : (D), (E), (A), (C), (B)
Detailed Solution
Download Solution PDFसही उत्तर (D), (E), (A), (C), (B) है।
Key Points
- प्रयोगात्मक शोध प्रक्रिया में किसी विशिष्ट विषय पर मूल्यवान ज्ञान उत्पन्न करने के लिए व्यवस्थित कदम शामिल होते हैं।
- यहां शोध प्रक्रिया के कुछ चरण दिए गए हैं:
- समस्या की पहचान करना
- विन्यास का चयन
- परिकल्पनाएं बनाना/मार्गदर्शी अध्ययन
- शोध अभिकल्प:
- जनसंख्या का वर्णन करना:
- आंकड़ा संग्रह:
- आंकड़ा विश्लेषण:
Additional Information
- प्रयोगात्मक शोध एक वैज्ञानिक विधि है जिसका प्रयोग चरों के बीच कारण और प्रभाव संबंधों का पता लगाने के लिए किया जाता है।
- इस दृष्टिकोण में अक्सर प्रयोगशाला वातावरण में नियंत्रित प्रयोग करना शामिल होता है, जहां स्वतंत्र चर को जानबूझकर हेरफेर किया जाता है, और परिणामी प्रभाव एक या अधिक आश्रित चर पर देखा जाता है।
- प्रयोगात्मक शोध का प्राथमिक उद्देश्य यह पता लगाना है कि क्या स्वतंत्र चर (चरों) में परिवर्तन से आश्रित चर (चरों) में तदनुरूपी परिवर्तन होते हैं।
- इसका उद्देश्य कठोर जांच के माध्यम से स्पष्ट कारण-और-प्रभाव संबंध स्थापित करना है।
- प्रयोगात्मक अभिकल्प की तीन मुख्य श्रेणियां शामिल हैं:
- पूर्व-प्रयोगात्मक शोध अभिकल्प
- वास्तविक प्रयोगात्मक शोध अभिकल्प
- अर्ध-प्रयोगात्मक शोध अभिकल्प