प्रमुख रचनाकार MCQ Quiz in मल्याळम - Objective Question with Answer for प्रमुख रचनाकार - സൗജന്യ PDF ഡൗൺലോഡ് ചെയ്യുക
Last updated on Mar 18, 2025
Latest प्रमुख रचनाकार MCQ Objective Questions
Top प्रमुख रचनाकार MCQ Objective Questions
प्रमुख रचनाकार Question 1:
‘सत्य के प्रयोग’ किसकी आत्मकथा है?
Answer (Detailed Solution Below)
प्रमुख रचनाकार Question 1 Detailed Solution
दिए गए विकल्पों में से ‘महात्मा गांधी’ इसका उचित उत्तर है। अन्य विकल्प इसके अनुचित हैं। अत: इसका सही उत्तर विकल्प 2 ‘महात्मा गांधी’ है।
स्पष्टीकरण:
‘सत्य के प्रयोग’ महात्मा गांधी की आत्मकथा है। यह गुजरती में लिखी गयी थी। इसका कई भाषाओं में अनुवाद भी किया गया है। यह आत्मकथा 1927 में प्रकाशित हुई थी। महात्मा गांधी की अन्य रचनाएँ हिन्द स्वराज, दक्षिण अफ्रीका में सत्याग्रह आदि हैं।
अन्य विकल्प:
रचनाकार |
रचना |
प्रेमचंद |
गबन, गोदान, कर्मभूमि, रंगभूमि |
रामविलास शर्मा |
भाषा और समाज, निराला की साहित्य साधना |
भारतेन्दु हरिश्चंद्र |
प्रेम प्रलाप, प्रेम तरंग, दान लीला |
प्रमुख रचनाकार Question 2:
‘कामायनी’ के लेखक कौन हैं?
Answer (Detailed Solution Below)
प्रमुख रचनाकार Question 2 Detailed Solution
‘कामायनी’ के लेखक ‘जयशंकर प्रसाद’ हैं। अतः इसका सही उत्तर विकल्प 3 ‘जयशंकर प्रसाद’ होगा। अन्य विकल्प सही उत्तर नहीं हैं।
स्पष्टीकरण:
जयशंकर प्रसाद द्वारा रचित ‘कामायनी’ बहुचर्चित महाकाव्य है। इसकी रचना 1936 में की गयी थी। यह आधुनिक छायावादी युग की सर्वोत्तम और प्रतिनिधि हिंदी महाकाव्य है।
अन्य विकल्प:
उपन्यासकार |
उपन्यास |
महादेवी वर्मा |
निहार, रश्मि, नीरजा |
धर्मवीर भारती |
अंधा युग, कानुप्रिया, ठंडा लोहा |
मैथिलीशरण गुप्त |
साकेत, यशोधरा, पंचवटी |
प्रमुख रचनाकार Question 3:
इनमें से सूरदास की प्रसिद्ध रचना कौन-सी है?
Answer (Detailed Solution Below)
प्रमुख रचनाकार Question 3 Detailed Solution
दिए गए विकल्पों में सही उत्तर विकल्प 1 ‘भ्रमरगीत’ है। अन्य विकल्प इसके अनुचित उत्तर हैं।
Key Points
- उपरोक्त विकल्पों में से सूरदास की प्रसिद्ध रचना ‘भ्रमरगीत’ है।
- सूरदास वात्सल्य रस के सम्राट माने जाते हैं।
- उन्होंने शृंगार और शांत रस का भी बहुत मर्मस्पर्शी वर्णन किया है।
- इनकी अन्य रचनाएँ हैं- सूरसागर, सूरसारावली, साहित्य-लहरी, नल-दमयन्ती, ब्याहलो आदि।
अन्य विकल्प:
- पृथ्वीराज रासों – चंदबरदाई
- पद्मावत – जायसी
- रामचरितमानस – तुलसीदास
Additional Information
- चंदबरदाई - चंदबरदाई ‘हिंदी के प्रथम महाकवि माने जाते हैं और इनका ‘पृथ्वीराज रासो’ हिंदी का प्रथम महाकाव्य है।’ जिसमें कवि ने दिल्ली नरेश राजा पृथ्वीराज के जीवन-चरित को अभिव्यक्त किया है।
- जायसी - हिन्दी साहित्य के भक्ति काल की निर्गुण प्रेमाश्रयी धारा के कवि थे। वे अत्यंत उच्चकोटि के सरल और उदार सूफ़ी महात्मा थे। उनकी २१ रचनाओं के उल्लेख मिलते हैं जिसमें पद्मावत, अखरावट, आख़िरी कलाम, कहरनामा, चित्ररेखा, कान्हावत आदि प्रमुख हैं। पर उनकी ख्याति का आधार पद्मावत ग्रंथ ही है।
- तुलसीदास - हिंदी साहित्य के महान कवि थे। इन्हें आदि काव्य रामायण के रचयिता महर्षि वाल्मीकि का अवतार भी माना जाता है।इनकी रचनाएँ हैं- रामललानहछू, वैराग्यसंदीपनी, रामाज्ञाप्रश्न, जानकी-मंगल, रामचरितमानस, सतसई, पार्वती-मंगल, गीतावली, विनय-पत्रिका, कृष्ण-गीतावली, बरवै रामायण, दोहावली और कवितावली।
प्रमुख रचनाकार Question 4:
'एक बूंद सहसा उछली' किसके द्वारा रचित यात्रा वृतांत है?
Answer (Detailed Solution Below)
प्रमुख रचनाकार Question 4 Detailed Solution
दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर विकल्प 2 'अज्ञेय’ है। अन्य विकल्प इसके गलत उत्तर हैं।
Key Points
- दिए गए विकल्पों में से 'एक बूंद सहसा उछली' अज्ञेय द्वारा रचित यात्रा वृतांत है
- दिए गए अन्य विकल्प इसके अनुचित उत्तर हैं।
- इनके अन्य यात्रा वृतांत हैं- अरे यायावर रहेगा याद।
Additional Information
रचनाकार |
यात्रा वृतांत |
दिनकर |
मेरी यात्राएं, देश विदेश |
राहुल सांकृत्यायन |
मेरी तिब्बत यात्रा |
धर्मवीर भारती |
ठेले पर हिमालय |
प्रमुख रचनाकार Question 5:
दिए गए विकल्पों में कौन सी कहानी प्रेमचंद की नहीं है?
Answer (Detailed Solution Below)
प्रमुख रचनाकार Question 5 Detailed Solution
दिए गए सभी विकल्पों में सही उत्तर विकल्प 4 ‘ग्यारह वर्ष का समय’ है। अन्य विकल्प इसके अनुचित उत्तर होंगे।
Key Points
- ‘ग्यारह वर्ष का समय’ कहानी आचार्य रामचंद्र शुक्ल द्वारा रचित है।
- ये हिंदी आलोचक, निबन्धकार, साहित्येतिहासकार, कोशकार, अनुवादक, कथाकार और कवि थे।
- इनके द्वारा लिखी गई सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण पुस्तक है हिंदी साहित्य का इतिहास, जिसके द्वारा आज भी काल निर्धारण एवं पाठ्यक्रम निर्माण में सहायता ली जाती है।
Additional Information
- प्रेमचंद हिंदी और उर्दू के सर्वाधिक लोकप्रिय उपन्यासकार, कहानीकार एवं विचारक थे।
- उन्होंने सेवासदन, प्रेमाश्रम, रंगभूमि, निर्मला, गबन, कर्मभूमि, गोदान आदि लगभग डेढ़ दर्जन उपन्यास लिखे।
- कफन, पूस की रात, पंच परमेश्वर, बड़े घर की बेटी, बूढ़ी काकी, दो बैलों की कथा, शतरंज के खिलाड़ी आदि तीन सौ से अधिक कहानियाँ लिखीं।
प्रमुख रचनाकार Question 6:
आचार्य रामचन्द्र शुक्ल ने किस उपन्यास को हिन्दी की प्रथम कहानी माना है?
Answer (Detailed Solution Below)
प्रमुख रचनाकार Question 6 Detailed Solution
दिए गए विकल्पों में सही उत्तर विकल्प 1 ‘परीक्षा गुरु’ है। अन्य विकल्प इसके अनुचित उत्तर हैं।
Key Points
- आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने 'परीक्षा गुरु' लाला श्रीनिवास दास कृत को माना है।
- जिसकी रचना भारतेन्दु युग के प्रसिद्ध नाटककार लाला श्रीनिवास दास ने 25 नवम्बर,1882 को की थी।
अन्य विकल्प:
- इंशा अल्ला खां - रानी केतकी की कहानी
- नूतन ब्रह्मचारी - बाल कृष्ण भट्ट
- चंद्रकांता - देवकी नन्दन खत्री।
Additional Information
- उपन्यास गद्य का नव विकसित रूप है जिसमें कथावस्तु, चरित्र चित्रण, संवाद आदि के तत्वों के माध्यम से अर्थात और कल्पना मिश्रित कहानी आकर्षक शैली में प्रस्तुत की जाती है।
- उपन्यास का उद्भव यूरोप में रोमांटिक कथा साहित्य से हुआ है जो मूलत: भारतीय प्रेमाख्यानओ से प्रेरित था, रोमांटिक का अर्थ है जिसमें प्रेम और साहस का निरूपण हो संस्कृत के दसकुमारचरित, कादम्बरी मैं प्रेम ,साहस शौर्य का चित्रण किया गया है।
- हिंदी का पहला उपन्यास किसे माना जाए इसको लेकर विद्वानों में मतभेद है
- आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने "परीक्षा गुरु" लाला श्रीनिवासदास कृत को माना है।
- श्री कृष्ण लाल ने - देवकीनंदन खत्री कृत चंद्रकांता को माना है।
- शिव नारायण श्रीवास्तव ने - इंशा अल्लाह खा कृत रानी केतकी की कहानी को माना है।
- हजारी प्रसाद द्विवेदी ने भारतेंदु हरिश्चंद्र के पूर्ण प्रकाश और चंद्र प्रभा को हिंदी के प्रथम प्रयास के रूप में स्वीकार किया है ।
प्रमुख रचनाकार Question 7:
''प्रीति प्रवास'' रचना के रचनाकार हैं-
Answer (Detailed Solution Below)
प्रमुख रचनाकार Question 7 Detailed Solution
'प्रीति प्रवास' घनानंद द्वारा रचित रचना है। अत: सही उत्तर विकल्प 3 घनानंद है।
Key Points
-
'प्रीति प्रवास' घनानंद द्वारा रचित रचना है।
-
घनानंद को प्रेम का पीर कहां जाता है।
अन्य विकल्प-
रचनाकार |
परिचय |
सेनापति |
सेनापति भक्ति काल एवं रीति काल के सन्धियुग के कवि हैं। इनकी रचनाओं में हिन्दी साहित्य की दोनों धाराओं का प्रभाव पड़ा है जिनमें भक्ति और शृंगार दोनों का मिश्रण है। सेनापति के दो मुख्य ग्रंथ हैं- 'काव्य-कल्पद्रुम तथा 'कवित्त-रत्नाकर। जिसकी उपमाएँ अनूठी हैं। |
भूषण |
महाकवि भूषण रीतिकाल के तीन प्रमुख हिन्दी कवियों में से एक हैं, अन्य दो कवि हैं बिहारी तथा केशव। रीति काल में जब सब कवि शृंगार रस में रचना कर रहे थे, वीर रस में प्रमुखता से रचना कर भूषण ने अपने को सबसे अलग साबित किया। 'भूषण' की उपाधि उन्हें चित्रकूट के राजा रूद्रसाह के पुत्र हृदयराम ने प्रदान की थी। |
नाभादास |
भक्तिकाल के कवियों में स्वामी अग्रदास के शिष्य नाभादास का विशिष्ट स्थान है। अंतस्साक्ष्य के अभाव में इनकी जन्म तथा मृत्यु की तिथियाँ अनिश्चित हैं। इनके प्रसिद्ध ग्रंथ 'भक्तमाल' की टीका प्रियादास जी ने संवत् 1769 में, सौ वर्ष बाद, लिखी थी। इस आधार पर नाभादास का समय 17वीं शताब्दी के मध्य और उत्तरार्ध के बीच माना जाता है। नाभादास की तीन कृतियाँ उपलब्ध हैं - 'भक्तमाल', 'अष्टयाम', 'रामभक्ति संबंधी स्फुट पद'। |
Additional Information
घनानंद का परिचय -
- घनानंद रीतिकाल की तीन प्रमुख काव्यधाराओं- रीतिबद्ध, रीतिसिद्ध और रीतिमुक्त के अंतिम काव्यधारा के अग्रणी कवि हैं। ये 'आनंदघन' नाम स भी प्रसिद्ध हैं।
- आलोच्य घनानन्द वृंदावन के आनन्दघन हैं।
- शुक्ल जी के विचार में ये नादिरशाह के आक्रमण के समय मारे गए। श्री हजारीप्रसाद द्विवेदी का मत भी इनसे मिलता है।
- लगता है, कवि का मूल नाम आनन्दघन ही रहा होगा, परंतु छंदात्मक लय-विधान इत्यादि के कारण ये स्वयं ही आनन्दघन से घनानन्द हो गए।
- रचनाए - कृपाकंदनिबंध, वियोगबेलि, इश्कलता, यमुनायश, प्रीतिपावस, प्रेमपत्रिका, प्रेमसरोवर आदि।
प्रमुख रचनाकार Question 8:
‘आपका बंटी’ किसकी रचना है?
Answer (Detailed Solution Below)
प्रमुख रचनाकार Question 8 Detailed Solution
दिए गए सभी विकल्पों में सही उत्तर विकल्प 2 ‘मन्नू भण्डारी’ है। अन्य विकल्प इसके अनुचित उत्तर होंगे।
Key Points
- ‘आपका बंटी’ मन्नू भण्डारी का प्रसिद्ध उपन्यास है।
- यह उपन्यास ‘धर्मयुग’ पत्रिका में धरावाहिक रूप में प्रकाशित हुआ था।
- आपका बंटी 1971 में प्रकाशित हुआ था।
- यह उपन्यास विवाह विच्छेद की त्रासदी में पिस रहे एक बच्चे को केंद्र में रखकर लिखा गया है।
Additional Information
रचनाकार |
रचनाएँ |
मैत्रेयी पुष्पा |
बेतवा बहती रही, त्रियाहठ, अल्मा कबूतरी, स्मृति दंश, इदन्नम, विजन आदि। |
नासिरा शर्मा |
जीरो रोड, शाल्मलि, जिंदा मुहावरे, कुइयां जान आदि। |
मृदुला गर्ग |
कठ गुलाब, मैं और मैं, उसके हिस्से की भूख, अनित्य वंशज आदि। |
प्रमुख रचनाकार Question 9:
दिए गए विकल्पों में जयशंकर प्रसाद का प्रथम नाटक कौन सा है?
Answer (Detailed Solution Below)
प्रमुख रचनाकार Question 9 Detailed Solution
दिए गए विकल्पों में सही उत्तर विकल्प 1 ‘सज्जन’ है। अन्य विकल्प इसके अनुचित उत्तर हैं।
Key Points
- दिए गए विकल्पों में 'सज्जन' प्रसाद का प्रथम नाटक है।
- यह नाटक महाभारत के पात्र युधिष्ठिर की धर्मनिष्ठा और सज्जनता को एक मूल्य के रूप में प्रस्तुत किया है।
नाटक और उनके वर्ष -
- सज्जन (1911 ई.)
- कल्याणी परिणय (1912 ई.)
- करूणालय (1913 ई.)
- प्रायश्चित 1914
- राज्यश्री 1920
- राज्यश्री 1920
- अजातशत्रु (1922 ई.)
- कामना (1924 ई.)
- जनमेजय का नागयज्ञ (1926 ई.)
- स्कंदगुप्त विक्रमादित्य (1928 ई.)
- एक घूंट (1929-30 ई.)
- चन्द्रगुप्त (1931 ई.)
- ध्रुवस्वामिनी (1933 ई.)
- अग्निमित्र (1944)
Additional Information
- जयशंकर प्रसाद के अन्य नाटक हैं - परिणय, करुणालय, प्रायश्चित, राज्यश्री, विशाख, अजातशत्रु, जनमेजय का नागयज्ञ, कामना, स्कंदगुप्त, ध्रुवस्वामिनी, अग्निमित्र, चंद्रगुप्त आदि।
- प्रसाद जी ने नाट्य लेखन के आरंभ से ही पौराणिक एवं ऐतिहासिक दोनों परिप्रेक्ष्य को वैचारिक उपादान के रूप में सामने रखा है। एक ओर जहाँ महाभारत के प्रसंगों पर आधारित 'सज्जन' में युधिष्ठिर की धर्मनिष्ठा और सज्जनता को एक मूल्य के रूप में प्रस्तुत करना उनका लक्ष्य रहा है।
- वहीं दूसरी ओर प्रसिद्ध ऐतिहासिक पात्र जयचन्द पर केंद्रित 'प्रायश्चित्त' में राष्ट्रप्रेम को मूल्य मानकर देशद्रोह का प्रायश्चित आत्मवध माना गया है तथा 'चन्द्रगुप्त' नाटक के आरंभिक रूप 'कल्याणी परिणय' में पहले ही दृश्य में चाणक्य के स्वर में 'अन्धकार हट रहा जगत जागृत हुआ' के द्वारा प्रकृति और जागरण दोनों का संकेत किया गया है।
प्रमुख रचनाकार Question 10:
'निशा-निमंत्रण' इनमें से किसकी रचना है?
Answer (Detailed Solution Below)
प्रमुख रचनाकार Question 10 Detailed Solution
दिए गए विकल्पों में सही उत्तर विकल्प 2 ‘हरिवंशराय बच्चन’ है। अन्य विकल्प इसके अनुचित उत्तर हैं।
Key Points
- दिए गए विकल्पों में से 'निशा-निमंत्रण' हरिवंशराय बच्चन की है।
- इनकी अन्य रचनाएँ हैं - मिलन यामिनी, मधुशाला, मधुबाला, एकांत संगीत, आकुल अंतर, सतरंगिनी।
- इनकी आत्मकथाएँ हैं - क्या भूलूँ क्या याद करूँ, नीड़ का निर्माण फिर, बसेरे से दूर, दशद्वार से सोपान तक।
Additional Information
- नागार्जुन - खिचड़ी विप्लव देखा हमने, हजार-हजार बाहों वाली, भस्मांकुर, युगधारा, प्यासीपथराई आंखे, तुमने कहा था, बादल को घिरते देखा आदि।
- धर्मवीर भारती - कनुप्रिया, ठंडा लोहा, सात गीत वर्ष, अंधायुग।
- रामविलास शर्मा - सदियों के सोए जग उठे, रूप तरंग, बुद्ध वैराग्य तथा प्रारम्भिक कविताएं।