पुरस्कार और सम्मान MCQ Quiz in मल्याळम - Objective Question with Answer for पुरस्कार और सम्मान - സൗജന്യ PDF ഡൗൺലോഡ് ചെയ്യുക
Last updated on Mar 18, 2025
Latest पुरस्कार और सम्मान MCQ Objective Questions
Top पुरस्कार और सम्मान MCQ Objective Questions
पुरस्कार और सम्मान Question 1:
ज्ञानपीठ पुरस्कार प्राप्त साहित्यकार हैं-
A. माखनलाल चतुर्वेदी
B. सुमित्रानंदन पंत
C. डॉ. नगेन्द्र
D. अज्ञेय
E. कृष्णा सोबती
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए:
Answer (Detailed Solution Below)
पुरस्कार और सम्मान Question 1 Detailed Solution
साहित्यकार | रचना | पुरस्कार वर्ष |
सुमित्रानंदन पंत | चिदंबरा (काव्य) | 1968 ई.(पहला ज्ञानपीठ पुरस्कार ) |
अज्ञेय | कितनी नावों में कितनी बार (काव्य) | 1978 ई |
कृष्णा सोबती | संपूर्ण साहित्य | 2017 ई. |
- ज्ञानपीठ पुरस्कार( भारतीय ज्ञानपीठ न्यास ) -
- इस पुरस्कार के योग्यता - भारत का कोई भी नागरिक जो आठवीं अनुसूची में दर्ज 22 भाषाओं तथा अंग्रेजी में किसी भी भाषा में लिखता हो इसके योग्य है।
- 11 लख रुपए
- प्रशस्ति - पत्र
- वाग्देवी की कांस्य प्रतिमा ( यह प्रतिमा मूलत : धार,मालवा के सरस्वती मंदिर में स्थित प्रतिमा की अनुकृति है )
- (1983 ई.) से ज्ञानपीठ पुरस्कार किसी एक कृति की बजाय संपूर्ण साहित्य के लिए दिया जाने लगा।
- इन्हें इनकी रचना 'हिमतरंगिनी' के लिए (1955 ई.) में पहला साहित्य अकादमी पुरस्कार दिया गया।
- इन्हें इनके 'रस सिद्धांत' समीक्षा के लिए (1965 ई.) में साहित्य अकादमी पुरस्कार दिया गया।
पुरस्कार और सम्मान Question 2:
माखनलाल चतुर्वेदी को किस रचना के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार दिया गया था?
Answer (Detailed Solution Below)
पुरस्कार और सम्मान Question 2 Detailed Solution
सही उत्तर 'हिमतरंगिनी' है।
- दिए गए विकल्पों में से 'हिमतरंगिनी' सही उत्तर है।
- 1954 में साहित्य अकादमी पुरस्कारों की स्थापना होने पर हिन्दी साहित्य के लिए प्रथम साहित्य अकादमी पुरस्कार माखन लाल चतुर्वेद की रचना ‘हिमतरंगिनी (1955)’ के लिए प्रदान किया गया।
Additional Information
- माखनलाल चतुर्वेदी भारत के ख्याति प्राप्त कवि, लेखक और पत्रकारों में से एक थे।
- उनकी रचनाएं काफी लोकप्रिय थी।
- ‘कर्मवीर’ जैसे प्रतिष्ठित पत्रों के संपादक के रूप में ब्रिटिश शासन के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन और प्रचार किया युवाओं से प्रार्थना की कि वे गुलामी की जंजीरें तोड़कर बाहर आए।
- माखनलाल चतुर्वेदी एक स्वत्नत्रता सेनानी और एक सच्चे देश प्रेमी भी थे। उन्होंने असहयोग आंदोलन में अपनी सक्रिय भूमिका देकर जेल भी गए
पुरस्कार और सम्मान Question 3:
सुमित्रानंदन पंत को किस कृति के लिए ज्ञानपीठ पुरस्कार मिला?
Answer (Detailed Solution Below)
पुरस्कार और सम्मान Question 3 Detailed Solution
सुमित्रानंदन पंत को चिदंबरा कृति के लिए ज्ञानपीठ पुरस्कार मिला था।
रचना - चिदंबरा
- इन्हें वर्ष 1968 में 'ज्ञानपीठ पुरस्कार' मिला।
- प्रकार - काव्य संकलन
- प्रकाशक - राजकमल प्रकाशन
- इसमें 1937 से 1957 वर्षों की विकास-यात्रा की झलक मिलती है।
- रचनाओं का संचयन - 'युगवाणी', 'ग्राम्या', 'स्वर्णकिरण', 'स्वर्णधूलि', 'युगपथ', 'युगांतर', 'उत्तरा', 'रजतशिखर', 'शिल्पी', 'सौवर्ण', 'अतिमा', 'आत्मिका' सम्मिलित है।
सुमित्रानंदन पंत
- जन्म - 20 मई 1900
- निधन - 28 दिसंबर, 1977
- रचनाएँ -
- कविताएँ = वीणा, ग्रंथि, पल्लव, गुंजन, युगांत, युगवाणी, ग्राम्या, स्वर्णकिरण, स्वर्णधूलि, उत्तरा, युगपथ, चिदंबरा, कला और बूढ़ा चाँद, लोकायतन, गीतहंस इत्यादि।
- उपन्यास = हार (1960)
- कहानी संग्रह = पाँच कहानियाँ (1938)
- आत्मकथात्मक संस्मरण = साठ वर्ष : एक रेखांकन
- सम्मान - पद्म भूषण और ज्ञानपीठ पुरस्कार, साहित्य अकादमी पुरस्कार आदि।
- अन्य विकल्प पल्लव, युगवाणी और वीणा पंत जी का काव्य-संकलन है।
Additional Informationज्ञानपीठ पुरस्कार पहले एक रचना के आधार पर दिया जाता था परंतु सं 1984 ई. के उपरांत हिन्दी जगत में साहित्यकार को उसके सम्पूर्ण साहित्य के लिए ये पुरस्कार दिया जाने लगा।
हिन्दी में मिले ज्ञानपीठ पुरस्कार -
वर्ष |
कारण |
लेखक |
1968 |
चिदंबरा (कृति) |
सुमित्रानंदन पंत |
1972 |
उर्वशी (कृति) |
रामधारी सिंह दिनकर |
1978 |
कितनी नावों में कितनी बार (कृति) |
अज्ञेय |
1982 |
यामा (कृति) |
महादेवी वर्मा |
1992 |
साहित्यिक सेवाओं के लिए |
नरेश मेहता |
1999 |
- |
निर्मल वर्मा |
2005 |
- |
कुँवर नारायण |
2009 |
- |
अमरकान्त व श्रीलाल शुक्ल |
2013 |
- |
केदारनाथ सिंह |
2017 |
- |
कृष्णा सोबती |
पुरस्कार और सम्मान Question 4:
साहित्य अकादमी पुरस्कार प्राप्त निराला की साहित्य साधना किसकी कृति है?
Answer (Detailed Solution Below)
पुरस्कार और सम्मान Question 4 Detailed Solution
दिये गए विकल्पों में से विकल्प 1 ‘रामविलास शर्मा‘ सही उत्तर है। अन्य विकल्प अनुचित उत्तर हैं।
स्पष्टीकरण:
निराला की साहित्य साधना हिन्दी के विख्यात साहित्यकार रामविलास शर्मा द्वारा रचित एक जीवनी है जिसके लिये उन्हें सन् 1970 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
Additional Information
विशेष:
साहित्य अकादमी पुरस्कार- भारत में एक साहित्यिक सम्मान है, जो साहित्य अकादमी प्रतिवर्ष भारत की अपने द्वारा मान्यता प्रदत्त प्रमुख भाषाओं में से प्रत्येक में प्रकाशित सर्वोत्कृष्ट साहित्यिक कृति को पुरस्कार प्रदान करती है। भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल 22 भारतीय भाषाओं के अलावा ये राजस्थानी और अंग्रेज़ी भाषा; यानी कुल 24 भाषाओं में प्रदान किया जाता हैं। पहली बार ये पुरस्कार सन् 1955 में दिए गए। |
पुरस्कार और सम्मान Question 5:
साहित्य अकादमी द्वारा पुरस्कृत रचना 'ताप के ताए हुए दिन' किसकी है?
Answer (Detailed Solution Below)
पुरस्कार और सम्मान Question 5 Detailed Solution
साहित्य अकादमी द्वारा पुरस्कृत रचना 'ताप के ताए हुए दिन' की है - 'त्रिलोचन'
- ताप के ताए हुए दिन (1980) कविता संग्रह का त्रिलोचन शास्त्री द्वारा किया था।
- त्रिलोचन शास्त्री को 1989-1990 में 'हिन्दी अकादमी' ने 'शलाका सम्मान' से सम्मानित किया था।
- हिन्दी साहित्य में उत्कृष्ट योगदान के लिए उन्हे 'शास्त्री' और 'साहित्य रत्न' जैसे उपाधियों से सम्मानित भी किया जा चुका है।
- 1981 में 'ताप के ताए हुए दिन' के लिए उन्हें 'साहित्य अकादमी पुरस्कार' भी मिला था।
Key Points
वर्ष | साहित्यकार का नाम | रचना |
2020 | कुमार विजय शुक्ल | जिंदगी से रुखाई (कविता) |
2019 | अनामिका | टोकरी में दिगन्त (कविता) |
2019 | नंद किशोर आचार्य | छीलते हुए अपने को (कविता) |
2015 | रामदरश मिश्र | आग की हंसी (कविता-संग्रह) |
2012 | चंद्रकांत देवताले | पत्थर फेंक रहा हूँ (कविता-संग्रह) |
2009 | कैलाश वाजपेयी | हवा में हस्ताक्षर (कविता-संग्रह) |
2006 | ज्ञानेन्द्रपति | संशयात्मा (कविता-संग्रह) |
2004 | वीरेन डंगवाल | दुश्चक्र में स्रष्टा (कविता-संग्रह) |
2002 | राजेश जोशी | दो पंक्तियों के बीच (कविता-संग्रह) |
2000 | मंगलेश डबराल | हम जो देखते हैं (कविता-संग्रह) |
1998 | अरुण कमल | नए इलाक़े में (कविता-संग्रह) |
1997 | लीलाधर जगूड़ी | अनुभव के आकाश में चाँद (कविता-संग्रह) |
1995 | कुँवर नारायण | कोई दूसरा नहीं (कविता-संग्रह) |
1994 | अशोक वाजपेयी | कहीं नहीं वहीं (कविता-संग्रह) |
1991 | गिरिजाकुमार माथुर | मैं वक़्त के हूँ सामने (कविता-संग्रह) |
1989 | केदारनाथ सिंह | अकाल में सारस (कविता-संग्रह) |
1988 | नरेश मेहता | अरण्या (कविता-संग्रह) |
1987 | श्रीकांत वर्मा (मरणोपरांत) | मगध (कविता-संग्रह) |
1986 | केदारनाथ अग्रवाल | अपूर्वा (कविता-संग्रह) |
1984 | रघुवीर सहाय | लोग भूल गए हैं (कविता-संग्रह) |
1983 | सर्वेश्वरदयाल सक्सेना | खूँटियों पर टँगे लोग (कविता-संग्रह) |
1981 | त्रिलोचन | ताप के ताये हुए दिन (कविता-संग्रह) |
1979 | धूमिल (मरणोपरांत) | कल सुनना मुझे (कविता-संग्रह) |
1978 | भारत भूषण अग्रवाल | उतना वह सूरज है (कविता-संग्रह) |
1977 | शमशेर बहादुर सिंह | चुका भी हूँ नहीं मैं (कविता-संग्रह) |
1974 | शिवमंगल सिंह ‘सुमन’ | मिट्टी की बारात (कविता-संग्रह) |
1972 | भवानीप्रसाद मिश्र | बुनी हुई रस्सी (कविता-संग्रह) |
1968 | हरिवंश राय ‘बच्चन’ | दो चट्टानें (कविता-संग्रह) |
1965 | नगेन्द्र | रस–सिद्धांत (काव्यशास्त्र) |
1964 | अज्ञेय | आँगन के पार द्वार (कविता-संग्रह) |
1960 | सुमित्रानंदन पंत | कला और बूढ़ा चाँद (कविता-संग्रह) |
1955 | माखनलाल चतुर्वेदी | हिमतरंगिनी (कविता-संग्रह) |
पुरस्कार और सम्मान Question 6:
दिनकर के किस काव्य को ज्ञानपीठ पुरुस्कार मिला हुआ है?
Answer (Detailed Solution Below)
पुरस्कार और सम्मान Question 6 Detailed Solution
- उर्वशी यहाँ उचित विकल्प है, दिनकर की उर्वशी रचना को ज्ञानपीठ पुरूस्कार प्राप्त हुआ हैI
- इसकी प्रकाश तिथि 1961 है तथा सन 1972 में इसे ज्ञानपीठ की प्राप्ति हुई थीI
- यह उर्वशी की कहानी धरती के पुत्र पुरुरवा और स्वर्ग लोक की अप्सरा उर्वशी के बीच की प्रेम कहानी हैI
Key Points
- उर्वशी के रचयिता - रामधारी सिंह दिनकर
- प्रकाशन वर्ष - 1961
- गीतिनाट्य
- 'कल्पना ' पत्रिका के अप्रैल 1963 के अंक में भगवत शरण उपाध्याय का समीक्षात्मक लेख प्रस्तुत हुआ।
- 5 अंकों का नाट्य
- उर्वशी और पुरुरवा का प्राचीन मिथकीय संदर्भ
- दिनकर के अन्य काव्य संग्रह -
- रेणुका - 1935
- हुंकार 1939
- रसवंती - 1940
- कुरुक्षेत्र - 1946
- रस्ग्मिरथी - 1952
- परशुराम की प्रतीक्षा - 1963
Additional Information
- 1972 में उर्वशी पर ज्ञानपीठ पुरुस्कार।
- कई विद्वानों ने इसकी समीक्षा की क्योंकि काम और अश्लीलता जैसे आरोप इस कृति पर लगे।
पुरस्कार और सम्मान Question 7:
महादेवी वर्मा को पदम भूषण का पुरस्कार किस वर्ष मिला?
Answer (Detailed Solution Below)
पुरस्कार और सम्मान Question 7 Detailed Solution
महादेवी वर्मा को पदम भूषण का पुरस्कार 1956 ई. वर्ष मिला।
Key Pointsमहादेवी वर्मा -
- जन्म-1907-1987 ई.
- छायावाद की प्रसिद्ध कवियित्री है।
- 'यामा' काव्य कृति के लिए ज्ञानपीठ पुरस्कार प्राप्त है।
- उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान का भारत भारती पुरस्कार भी इन्हें मिला है।
- कविता संग्रह -
- निहार (1930 ई.)
- रश्मि (1932 ई.)
- सांध्यगीत (1936 ई.)
- दीपशिखा (1942 ई.)
- प्रथम आयाम (1974 ई.)
- अग्निरेखा (1990 ई.)
- रेखाचित्र -
- अतीत के चलचित्र (1941 ई.)
- स्मृति की रेखाएं (1943 ई.)
- मेरा परिवार
- संस्मरण -
- पथ के साथी (1956 ई.)
- निबंध-
- शृंखला की कड़ियाँ(1942 ई.)
- विवेचनात्मक गद्य (1942 ई.)
- साहित्यकार की आस्था तथा अन्य निबंध (1962 ई.)
- संकल्पिता (1969 ई.)
- कहानी -
- बिन्दा
- गिल्लू
पुरस्कार और सम्मान Question 8:
कवि कुंवर नारायण को ज्ञानपीठ पुरस्कार कब मिला?
Answer (Detailed Solution Below)
पुरस्कार और सम्मान Question 8 Detailed Solution
कवि कुंवर नारायण को ज्ञानपीठ पुरस्कार '2005' में मिला।
Key Points
- ज्ञानपीठ पुरस्कार पहले एक रचना के आधार पर दिया जाता था परंतु सं 1984 ई. के उपरांत हिंदी जगत में साहित्यकार को उसके सम्पूर्ण साहित्य के लिए दिया जाने लगा।
- कुँवर नारायण 'तीसरा सप्तक'(1959) के महत्वपूर्ण कवि है।
Important Points
- काव्य संग्रह:चक्रव्यूह(1956)★,परिवेश:हम तुम(1961)★,आमने सामने(1979),कोई दूसरा नहीं(1993),इन दिनों(2002)।
- प्रबन्ध काव्य:आत्मजयी(1965)★,वाजश्रवा के बहाने(2008)।
- कहानी संग्रह:आकारों के आसपास(1973)।
Additional Information
- कुछ महत्वपूर्ण सम्मानित साहित्यकार-
साहित्यकार | रचना | वर्ष |
सुमित्रानंदन पंत | चिदंबरा | 1968 |
रामधारी सिंह 'दिनकर' | उर्वशी | 1972 |
अज्ञेय | कितनी नावों में कितनी बार | 1978 |
महादेवी वर्मा | यामा | 1982 |
अमरकांत व श्रीलाल शुक्ल | संपूर्ण साहित्य | 2009 |
पुरस्कार और सम्मान Question 9:
1991 में पहला सरस्वती सम्मान किसे दिया गया?
Answer (Detailed Solution Below)
पुरस्कार और सम्मान Question 9 Detailed Solution
दिये गए विकल्पों में से विकल्प 3 'हरिवंश राय बच्चन' सही उत्तर है। अन्य विकल्प सही उत्तर नहीं हैं।
Key Points
- सरस्वती सम्मान का आरंभ 1991 में किया गया था।
- पहला सरस्वती सम्मान हिंदी के साहित्यकार डॉ॰ हरिवंश राय बच्चन को उनकी चार खंडों की आत्मकथा के लिए दिया गया था।
- हरिवंश राय बच्चन -
-
हरिवंश राय बच्चन (27 नवम्बर 1907 – 18 जनवरी 2003) हिन्दी भाषा के एक कवि और लेखक थे।
-
बच्चन हिन्दी कविता के उत्तर छायावत काल के प्रमुख कवियों में से एक हैं।
-
उनकी सबसे प्रसिद्ध कृति मधुशाला है।
-
उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय में अंग्रेजी का अध्यापन किया। बाद में भारत सरकार के विदेश मंत्रालय में हिन्दी विशेषज्ञ रहे। अनन्तर राज्य सभा के मनोनीत सदस्य रहे।
-
बच्चन जी की गणना हिन्दी के सर्वाधिक लोकप्रिय कवियों में होती है।
-
उनकी कृति दो चट्टानें को 1968 में हिन्दी कविता के साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसी वर्ष उन्हें सोवियत लैंड नेहरू पुरस्कार तथा एफ्रो एशियाई सम्मेलन के कमल पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया।
-
बिड़ला फाउण्डेशन ने उनकी आत्मकथा के लिए उन्हें सरस्वती सम्मान दिया था।
-
बच्चन को भारत सरकार द्वारा 1976 में साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।
-
Additional Information
सरस्वती पुरस्कार -
- सरस्वती सम्मान, के. के. बिड़ला फ़ाउंडेशन द्वारा दिया जाने वाला साहित्य पुरस्कार है।
- यह सम्मान प्रतिवर्ष भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में दर्ज भाषाओं की में प्रकाशित उत्कृष्ट साहित्यिक कृति को दिया जाता है।
- यह कृति सम्मान वर्ष से पहले दस वर्ष की अवधि में प्रकाशित होने वाली कोई पुस्तक ही हो सकती है।
- इस सम्मान में शाल, प्रशस्ति पत्र, प्रतीक चिह्न और 15 लाख रुपये की सम्मान राशि दी जाती है।
पुरस्कार और सम्मान Question 10:
पंत को उनकी किस कृति पर भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार मिला?
Answer (Detailed Solution Below)
पुरस्कार और सम्मान Question 10 Detailed Solution
पंत को उनकी चिदम्बरा कृति पर भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार मिला। अत: सही उत्तर चिदम्बरा है।
Key Points
- चिदंबरा’ वह कविता संग्रह है जिसके लिए सुमित्रानंदन पंत को ज्ञानपीठ से सम्मानित किया गया।
- यह संग्रह उनकी काव्य-चेतना के द्वितीय उत्थान की परिचायिका है, उसमें ‘युगवाणी’ से लेकर ‘अतिमा’ तक की रचनाओं का संचयन है, जिसमें ‘युगवाणी, ‘ग्राम्या’, ‘स्वर्ण-किरण’, ‘स्वर्णधूलि’, ‘युगपथ’, ‘युगांतर’, ‘उत्तरा’, ‘रजतशिखर’, ‘शिल्पी’, ‘सौवर्ण और‘अतिमा’ की चुनी हुई कृतियों के साथ ‘वाणी’ की अंतिम रचना ‘आत्मिका’ भी सम्मिलित है।
- ‘पल्लव’ में, सन् 18 से लेकर’ 36 तक, उनके उन्नीस वर्षों को संजोया गया हैं और ‘चिदंबरा’ में, सन्’ 37 से’ 57 तक, प्रायः बीस वर्षों की विकास श्रेणी का विस्तार हैं।
- भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार - ज्ञानपीठ पुरस्कार भारतीय ज्ञानपीठ न्यास द्वारा भारतीय साहित्य के लिए दिया जाने वाला सर्वोच्च पुरस्कार है। भारत का कोई भी नागरिक जो आठवीं अनुसूची में बताई गई 22 भाषाओं में से किसी भाषा में लिखता हो इस पुरस्कार के योग्य है। पुरस्कार में ग्यारह लाख रुपये की धनराशि, प्रशस्तिपत्र और वाग्देवी की कांस्य प्रतिमा दी जाती है।
Additional Information
सुमित्रानंदन पंत का परिचय-
- सुमित्रानंदन पंत हिंदी साहित्य में छायावादी युग के चार प्रमुख स्तंभों में से एक हैं।
- इस युग को जयशंकर प्रसाद, महादेवी वर्मा, सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' और रामकुमार वर्मा जैसे कवियों का युग कहा जाता है।
- उनका जन्म कौसानी बागेश्वर में हुआ था। झरना, बर्फ, पुष्प, लता, भ्रमर-गुंजन, उषा-किरण, शीतल पवन, तारों की चुनरी ओढ़े गगन से उतरती संध्या ये सब तो सहज रूप से काव्य का उपादान बने।
- निसर्ग के उपादानों का प्रतीक वबिम्ब के रूप में प्रयोग उनके काव्य की विशेषता रही।