हिन्दी साहित्य MCQ Quiz - Objective Question with Answer for हिन्दी साहित्य - Download Free PDF

Last updated on Jun 6, 2025

Latest हिन्दी साहित्य MCQ Objective Questions

हिन्दी साहित्य Question 1:

कौन सी रचना सुमित्रानंदन पंत की है? 

  1. गुंजन 
  2. अनामिका
  3. पंचवटी 
  4. नीरजा 
  5. उपर्युक्त में से कोई नहीं

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : गुंजन 

हिन्दी साहित्य Question 1 Detailed Solution

दिए गए सभी विकल्पों में सही उत्तर विकल्प 1 ‘गुंजन’ है। अन्य विकल्प इसके अनुचित उत्तर होंगे।

Key Points

  • दिए गए विकल्पों में ‘गुंजन’ रचना सुमित्रानंदन पंत की।
  • सुमित्रानंदन पंत जी हिन्दी साहित्य के छात्रावादी युग के चार प्रमुख स्तंभों में से एक थे।
  • सुमित्रानंदन पंत जी को हिन्दी साहित्य का ‘वर्डस्वर्थ’ भी कहा गया।
  • उनकी महत्वपूर्ण रचनाओं में उच्छ्वास, ज्योत्सना, पल्लव, स्वर्णधूलि, वीणा, युगांत, गुंजन, ग्रंथि, मेघनाद वध (कविता संग्रह), ग्राम्‍या, मानसी, हार (उपन्यास),  युगवाणी, स्वर्णकिरण, युगांतर, काला और बूढ़ा चाँद, अतिमा, उत्तरा, लोकायतन, मुक्ति यज्ञ, अवगुंठित, युग पथ, सत्यकाम, शिल्पी, सौवर्ण, चिदम्बरा, पतझड़, रजतशिखर, तारापथ, आदि शामिल हैं।

अन्य विकल्प:

  1. अनामिका – सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’
  2. पंचवटी – मैथिलीशरण गुप्त
  3. नीरजा – महादेवी वर्मा

Additional Information

रचनाकार

रचनाएँ

सूर्यकांत त्रिपाठी

परिमल, गीतिका, कुकुरमुत्ता, अणिमा, राम की शक्ति पूजा, सरोज-स्मृति, बेला, आराधना आदि।

मैथिलीशरण गुप्त

साकेत, भारत-भारती, यशोधरा, द्वापर, जयद्रथ-वध, गीत, नहुष आदि।

महादेवी वर्मा

नीहार, यामा, रश्मि, सप्तपर्णा, सांध्यगीत, दीपशिखा आदि।

हिन्दी साहित्य Question 2:

इनमें से कौन-सी रचना जयशंकर प्रसाद की नहीं है?

  1. आँसू
  2. अनामिका
  3. कामायनी
  4. चन्द्रगुप्त
  5. उपर्युक्त में से कोई नहीं

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : अनामिका

हिन्दी साहित्य Question 2 Detailed Solution

अनामिका रचना जयशंकर प्रसाद की नहीं है।

  • अनामिका निराला की रचना है।

निराला के काव्यसंग्रह

  • अनामिका (1923), परिमल (1930), गीतिका (1936), अनामिका (द्वितीय) (1938)
  • तुलसीदास (1938), कुकुरमुत्ता (1942), अणिमा (1943), बेला (1946)
  • नये पत्ते (1946), अर्चना(1950), आराधना (1953), गीत कुंज (1954), सांध्य काकली (1969)
  • अपरा (संचयन)

Additional Informatio

जयशंकर प्रसाद की रचनाएँ हैं-

  • काव्य: झरना, आँसू, लहर, कामायनी, प्रेम पथिक।
  • नाटक: स्कंदगुप्त, चंद्रगुप्त, ध्रुवस्वामिनी, जन्मेजय का नाग यज्ञ, राज्यश्री, अजातशत्रु, विशाख, एक घूँट, कामना, करुणालय, कल्याणी परिणय, अग्निमित्र, प्रायश्चित, सज्जन।
  • कहानी संग्रह: छाया, प्रतिध्वनि, आकाशदीप, आँधी, इंद्रजाल।
  • उपन्यास : कंकाल, तितली और इरावती।

हिन्दी साहित्य Question 3:

'चाँद का मुँह टेढ़ा है' कविता संग्रह के कवि कौन हैं? 

  1. भारतभूषण अग्रवाल
  2. गजानन माधव मुक्तिबोध
  3. प्रभाकर माचवे 
  4. सच्चिदानंद वात्स्यायन 
  5. उपर्युक्त में से कोई नहीं

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : गजानन माधव मुक्तिबोध

हिन्दी साहित्य Question 3 Detailed Solution

सही उत्तर गजानन माधव मुक्तिबोध है। 

Key Points

  • मुक्तिबोध का पहला कविता संग्रह 'चाँद का मुँह टेढ़ा है' यह उनकी मृत्यु के बाद प्रकाशित हुआ था।  
  • मुक्तिबोध के अपने जीवनकाल में उनकी दो पुस्तकें प्रकाशित हुईं - कामायनी एक पुनर्विचार, भारतीय इतिहास और संस्कृति पर एक पाठ्य पुस्तक
  • मुक्तिबोध ने अपने काव्य में विशिष्ट प्रकार के प्रतीक, बिंब, अलंकार, विविधतापूर्ण शब्दों, मुहावरे-लोकोक्तियों तथा छंदों को कविता में स्थान दिया है।

अन्य विकल्प-

  • भारतभूषण अग्रवाल- कवि, लेखक और समालोचक भारतभूषण अग्रवाल का जन्म 3 अगस्त 1910 (तुलसी-जयंती) को मथुरा (उ.प्र.) के सतघड़ा मोहल्ले में हुआ। मुख्य रचनायें- छवि के बंधन, जागते रहो, ओ अप्रस्तुत मन आदि। 
  • प्रभाकर माचवे- हिन्दी के साहित्यकार हैं। मुख्य रचनायें- स्वप्न भंग, अनुक्षण, तेल की पकौडियां तथा विश्वकर्मा आदि।
  • सच्चिदानंद वात्स्यायन- को कवि, शैलीकार, कथा-साहित्य को एक महत्त्वपूर्ण मोड़ देने वाले कथाकार, ललित-निबन्धकार, सम्पादक और अध्यापक के रूप में जाना जाता है। मुख्य रचनायें- इत्यलम्, हरी घास पर क्षण भर, बावरा अहेरी

Additional Information

  • गजानन माधव 'मुक्तिबोध' की मुख्य रचनाएँ -
    • कविता संग्रह- चाँद का मुँह टेढ़ा है, भूरी भूरी खाक धूल
    • कहानी संग्रह- काठ का सपना, विपात्र, सतह से उठता आदमी
    • आलोचना- कामायनी : एक पुनर्विचार, नई कविता का आत्मसंघर्ष, नए साहित्य का सौंदर्यशास्त्र, समीक्षा की समस्याएँ, एक साहित्यिक की डायरी
    • रचनावली- मुक्तिबोध रचनावली (6 खंड) 
  • मुक्तिबोध की कविताओं को पढ़ने से जिस सरलता का बोध होता है, उस सरलता की पहचान सिर्फ मुक्तिबोध की रचनाओं में ही संभव है।

हिन्दी साहित्य Question 4:

इनमें से कौन-सी भारतेन्दु की रचना नहीं है?

  1. वैदिका हिंसा न भवति
  2. विषस्य विषभीषधम
  3. वादशाह दर्पण
  4. पद्मावती
  5. उपर्युक्त में से कोई नहीं

Answer (Detailed Solution Below)

Option 4 : पद्मावती

हिन्दी साहित्य Question 4 Detailed Solution

"पद्मावती" भारतेन्दु की रचना नहीं है, अन्य विकल्प असंगत है, अत: विकल्प 4 "पद्मावतीसही उत्तर होगा। 

Key Points

  • जायसी सूफी संत थे और इस रचना में उन्होंने नायक रतनसेन और नायिका पद्मिनी की प्रेमकथा को विस्तारपूर्वक

          कहते हुए प्रेम की साधना का संदेश दिया है। 

  • पद्मावत हिन्दी साहित्य के अन्तर्गत सूफी परम्परा का प्रसिद्ध महाकाव्य है। 
  • इसके रचनाकार मलिक मोहम्मद जायसी हैं। 
  • दोहा और चौपाई छन्द में लिखे गए इस महाकाव्य की भाषा अवधी है।
  • यह हिन्दी की अवधी बोली में है और चौपाईदोहों में लिखी गई है।
  • चौपाई की प्रत्येक सात अर्धालियों के बाद दोहा आता है और इस प्रकार आए हुए दोहों की संख्या 653 है।

Important Points

प्रमुख कृतियाँ
  • वैदिकी हिंसा हिंसा न भवति (१८७३ई., प्रहसन)
  • सत्य हरिश्चन्द्र (१८७५,नाटक)
  • श्री चंद्रावली (१८७६, नाटिका)
  • विषस्य विषमौषधम् (१८७६, भाण)
  • भारत दुर्दशा (१८८०, ब्रजरत्नदास के अनुसार १८७६, नाट्य रासक),
  • नीलदेवी (१८८१, ऐतिहासिक गीति रूपक)।
  • अंधेर नगरी (१८८१, प्रहसन)

 

हिन्दी साहित्य Question 5:

निम्नलिखित भाषाओं को विकास के उनके क्रम में व्यवस्थित कीजिए।

(A) शौरसेनी

(B) पहली प्राकृत

(C) वर्तमान हिन्दी

(D) पूर्वी हिन्दी

नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर चुनिए :

  1. (A), (B), (C), (D)
  2. (B), (A), (D), (C)
  3. (D), (A), (B), (C)
  4. (C), (A), (B), (D)
  5. उपर्युक्त में से कोई नहीं

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : (B), (A), (D), (C)

हिन्दी साहित्य Question 5 Detailed Solution

भाषाओं  विकासक्रम-(B) पहली प्राकृत,(A)शौरसेनी,(D) पूर्वी हिन्दी,(C)वर्तमान हिंदी।

Key Points

  • भाषा-भाषा वह साधन है जिसके द्वारा हम अपने विचारों को बोलकर या लिखकर अपने भाव दूसरों के सामने प्रकट कर सकते है।
  • ऐसे ही किसी भी देश या किसी भी काल के बारे में जाने के लिए उस देश के साहित्य को पढ़ना पड़ता है और साहित्य से ही हमे उस समय/काल की भाषा का ज्ञान होता है।

Important Points

  • पहली प्राकृत-भारतीय आर्यभाषा के मध्ययुग में जो अनेक प्रादेशिक भाषाएँ उत्पन्न हुई,उनका सामान्य नाम प्राकृत है।मध्ययुगीन भाषाएँ हैं-मागधी, अर्धमागधी,महाराष्ट्री,शौरसेनी, पैशाची।
  • शौरसेनी-उत्तर भारत की एक प्रमुख भाषा थी।इसका प्रयोग संस्कृत नाटकों में किया जाता था।इसी से राजस्थानी,पहाड़ी और गुजराती भाषा का विलास हुआ है।
  • पूर्वी हिंदी-पूर्वी हिंदी का विकास अर्धमागधी अपभ्रंश से हुआ है।यह देश के मध्यपूर्वीय भाग में प्रयुक्त होती है।
  • वर्तमान हिंदी-यह हिंदी खड़ी बोली का विकसित रूप है।वर्तमान हिंदी भारत देश की राजभाषा है।जिसका प्रयोग सरकारी दफ्तरों से लेकर साहित्य लेखन तक किया जा रहा है।

Additional Information

  • शौरसेनी अपभ्रंश से विकसित विकसित उपभाषा हैं-राजस्थानी(मारवाड़ी,मालवी,मेवाती,जयपुरी),पहाड़ी हिंदी(कुमाउँनी,गढ़वाली),पश्चिमी हिंदी (ब्रजभाषा,कन्नौजी,खड़ी बोली,हरियाणवी,दक्खिनी)।
  • पूर्वी हिंदी के अंतर्गत बोलियां-अवधी,बघेली,छत्तीसगढ़ी।

Top हिन्दी साहित्य MCQ Objective Questions

“जयद्रथ वध”

किस लेखक/लेखिका की कृति है?

  1. जयशंकर प्रसाद
  2. सुमित्रानंदन पंत
  3. महादेवी वर्मा
  4. मैथिलीशरण गुप्त

Answer (Detailed Solution Below)

Option 4 : मैथिलीशरण गुप्त

हिन्दी साहित्य Question 6 Detailed Solution

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‘मैथलीशरण गुप्त’ यहाँ सही विकल्प है। अन्य विकल्प असंगत है।

"जयद्रथ वध" महाभारत के एक पात्र पर आधारित एक अद्भुत रचना है, जिसके लेखक विकल्प 4. राष्ट्रीय कवि 'मैथिलीशरण गुप्त' है।

  • यह महाभारत पर आधारित खंडकाव्य है।
  • हरिगीतिका छंद में रचा गया है।
  • मैथिलीशरण गुप्त खड़ी बोली के मह्त्वपूर्ण कवियों में से है।

“ब्राम्ही”

से किस लिपि की उत्पत्ति हुई है?

  1. देवनागरी
  2. खरोष्ठी
  3. कैथी
  4. उपरोक्त सभी

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : देवनागरी

हिन्दी साहित्य Question 7 Detailed Solution

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देवनागरी, यहाँ सही विकल्प है। अन्य विकल्प असंगत है।

Key Points

  • देवनागरी  भारत, नेपाल, तिब्बत और दक्षिण पूर्व एशिया की लिपियों के ब्राह्मी लिपि परिवार का हिस्सा है।
  • अत: सही विकल्प 1 'देवनागरी' है।

Additional Information

अन्य विशेष

लिपि

उत्पत्ति

खरोष्ठी

इसे विदेशी उद्गम लिपि यानी अरामाइक और सीरियाई लिपि से विकसित माना जाता है।

गुरमुखी

इसमें पंजाबी भाषा लिखी जाती है। इसकी उत्पत्ति सारदा लिपि अथवा देवनागरी दोनों से मानी जाती है।

कैथी

कैथी लिपि का उपयोग मद्यकालीन भारत में उत्तर भारत क्षेत्र में किया जाता था।

“लज्जा” किस लेखक/लेखिका की कृति है?

  1. तस्लीमा नसरीन
  2. यशपाल
  3. कन्हैया लाल
  4. जैनेन्द्र कुमार

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : तस्लीमा नसरीन

हिन्दी साहित्य Question 8 Detailed Solution

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तस्लीमा नसरीन, यहाँ सही विकल्प है, अन्य विकल्प असंगत है। 

  • लज्जा 1993 में प्रकाशित एक बांग्ला उपन्यास है। अत: सही विकल्प तस्लीमा नसरीन है।

Additional Information

अन्य रचनकारों की प्रमुख रचनाएँ-

यशपाल

झूठा सच, मेरी तेरी उसकी बात, दादा कॉमरेड, फूलो का कुर्ता आदि|

तस्लीमा नसरीन

लज्जा, अमार मेयबाला आदि|

कन्हैया लाल

लोपामुद्रा, लोह मर्शिनी

जैनेन्द्र कुमार

परख, सुनीता, त्यागपत्र, कल्याणी आदि।

इनमें से कौन-सी कृति अज्ञेय की है?

  1. संसद से सड़क तक
  2. मछली घर
  3. हरी घास पर क्षण भर
  4. साये में धूप

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : हरी घास पर क्षण भर

हिन्दी साहित्य Question 9 Detailed Solution

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हरी घास पर क्षण भर कृति अज्ञेय की है। अन्य विकल्प असंगत है ।अतः सही उत्तर विकल्प 3 हरी घास पर क्षण भर होगा ।

Key Points

रचना

रचनाकार

संसद से सड़क तक

धूमिल

मछली घर

सुशील कुमार

हरी घास पर क्षण भर

अज्ञेय

साये में धूप

दुष्यंत कुमार

जब कोई सरकारी पत्र ज्ञापन या कार्यालय ज्ञापन एक साथ अनेक प्रेषितयों को भेजा जाए उसे क्या कहते है?

  1. आदेश
  2. अनुस्मारक पत्र
  3. अधिसूचना
  4. परिपत्र

Answer (Detailed Solution Below)

Option 4 : परिपत्र

हिन्दी साहित्य Question 10 Detailed Solution

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जब कोई सरकारी पत्र ज्ञापन या कार्यालय ज्ञापन एक साथ अनेक प्रेषितयों को भेजा जाए उसे 'परिपत्र' कहते हैं।

शेष विकल्प असंगत हैं।

अतः सही विकल्प 'परिपत्र' है।

अन्य विकल्प

 

परिपत्र या सर्कुलर       

जब कोई सरकारी पत्र या ज्ञापन एक साथ अनेक विभागों, अधिकारियों या कर्मचारियों को भेजा जाता है, तो उसे परिपत्र या गश्तीपत्र भी कहते हैं। इसमें प्रेषक एक ही अधिकारी होता है तथा पाने वाले अनेक होते हैं।

अधिसूचना (नोटिफिकेशन)

 

राजपत्रित अधिकारियों की नियुक्ति, पदोन्नति, स्थानांतरण और उनके अवकाश स्वीकृति की सूचनाओं को राजपत्र में प्रकाशित करने के लिए अधिसूचना का प्रयोग किया जाता है। इसके अलावा सरकारी अधिकारियों को अधिकार सौंपने, वापस लेने के लिए नए नियम, उपनियमों व आदेशों को लागू करने के लिए अधिसूचना का प्रयोग किया जाता है। इसमें अन्य आलेख की भाँति संख्या, दिनांक तथा विभागीय अधिकारी के हस्ताक्षर होते हैं।

आदेश पत्र

सरकारी कार्यालयों के कर्मचारियों से संबंधित नियम अथवा सूचना के लिए जो पत्रलिखे जाते हैं कार्यालय आदेश कहलाते हैं। सामान्यतः कार्यालय आदेश का प्रयोग नियुक्ति, पदोन्नति, अवकाश स्वीकृति, स्थानांतरण एवं कार्य संपादन संबंधी नियम आदि के प्रयोग के लिए किया जाता है। इसमें संबोधन और स्वनिर्देश नहीं होता है।

 

अनुस्मारक या स्मरण पत्र

जो पत्र स्मरण दिलाये उसे अनुस्मारक पत्र कहते हैं। जब भेजे हुए पत्र का कई दिनों तक उत्तर नहीं आता है तब जो पत्र याद दिलाने के लिए भेजा जाता है उसे अनुस्मारक पत्र कहते हैं।

 

कुण्डलिया छंद किन दो छंदों के योग से बनता है?

  1. दोहा-रोला 
  2. दोहा-उल्लाला
  3. दोहा-सोरठा
  4. रोला-उल्लाला

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : दोहा-रोला 

हिन्दी साहित्य Question 11 Detailed Solution

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कुण्डलिया छंद दोहा-रोला छंदों के योग से बनता है।  

  • कुंडलियाँ एक विषम मात्रिक छंद होता है।
  • यह दोहा-रोला छंदों के योग से बनता है। 
  • पहले एक दोहा और बाद में दोहा के चौथे चरण से यदि एक रोला रख दिया जाए तो वह कुंडलिया छंद बन जाता है। 

उदाहरण

  • रत्नाकर सबके लिए, होता एक समान।
  • बुद्धिमान मोती चुने, सीप चुने नादान॥
  • सीप चुने नादान,अज्ञ मूंगे पर मरता।
  • जिसकी जैसी चाह,इकट्ठा वैसा करता।
  • ‘ठकुरेला’ कविराय, सभी खुश इच्छित पाकर।
  • हैं मनुष्य के भेद, एक सा है रत्नाकर॥

Additional Information  मात्रिक छन्द - 

चौपाई
  • प्रत्येक चरण में 16 मात्राएँ 
  • चरण के अन्त में दो गुरु 
रोला 
  • प्रत्येक चरण में 24 मात्राएँ 
  • 13 मात्राओं पर ‘यति’
हरिगीतिका
  • प्रत्येक चरण में 28 मात्राएँ
  • अन्त में लघु और गुरु 
  • 16 व 12 मात्राओं पर यति 
दोहा
  • 24 मात्राएँ 
  • विषम चरण में 13-13 मात्राएँ  
  • सम चरण में 11-11 मात्राएँ
सोरठा
  • विषम चरण में 11-11 मात्राएँ
  • सम चरण में 13-13 मात्राएँ
उल्लाला
  • विषम चरण में 15-15 मात्राएँ
  • सम चरण में 13-13 मात्राएँ
छप्पय
  • प्रथम चार चरण रोला
  • अन्तिम दो चरण उल्लाला
बरवै
  • विषम चरण में 12-12 मात्राएँ 
  • सम चरण में 7-7 मात्राएँ 

गीतिका

  • कुल 26 मात्राएँ 
  • 14-12 पर यति
  • चरण के अन्त में लघु-गुरु आवश्यक 

वीर 

  • कुल 31 मात्राएँ 
  • प्रत्येक चरण में 16, 15 पर यति
  • गुरु-लघु होना आवश्यक
कुण्डलिया
  • प्रत्येक चरण में 24 मात्राएँ
  • प्रथम दो चरण दोहा
  • बाद के चार चरण रोला 

हिन्दी भाषा की कितनी उपभाषाएँ हैं ? 

  1. चार
  2. दस
  3. आठ
  4. पाँच

Answer (Detailed Solution Below)

Option 4 : पाँच

हिन्दी साहित्य Question 12 Detailed Solution

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दिए गए विकल्पों में से "पाँच" हिन्दी भाषा की उपभाषाएँ हैं। 

Key Points

  • हिंदी भाषा का विकास शौरसेनी, मागधी और अर्धमागधी अपभ्रंशों से पाँच उपभाषाओं-
  • पश्चिमी हिंदी, पहाड़ी, राजस्थानी, बिहारी और पूर्वी हिंदी के रूप में हुआ है।
  • इन उपभाषाओं से विभिन्न बोलियाँ विकसित हुईं।

Important Pointsबोली -  

  • एक छोटे क्षेत्र में बोली जानेवाली भाषा बोली कहलाती है। बोली में साहित्य रचना नहीं होती है।

उपभाषा - 

  • अगर किसी बोली में साहित्य रचना होने लगती है और क्षेत्र का विकास हो जाता है,
  • तो वह बोली न रहकर उपभाषा बन जाती है।

भाषा-

  • साहित्यकार जब उस भाषा को अपने साहित्य के द्वारा परिनिष्ठित सर्वमान्य रूप प्रदान कर देते हैं,
  • तथा उसका और क्षेत्र विस्तार हो जाता है तो वह भाषा कहलाने लगती है।

Additional Information

उपभाषा बोलियाँ मुख्य क्षेत्र
राजस्थानी मारवाड़ी(पश्चिमी राजस्थानी),

जयपुरी या ढुँढाड़ी(पूर्वी राजस्थानी), मेवाती (उत्तरी राजस्थानी), मालवी(दक्षिणी राजस्थानी),

राजस्थान
पश्चिमी हिन्दी (आकार बहुला)कौरवी या खड़ी बोली,बाँगरू या हरियाणवी

(ओकार बहुला)ब्रजभाषा, कन्नौजी, बुंदेली

हरियाणा, उत्तर प्रदेश
पूर्वी हिन्दी अवधी, बघेली, छत्तीसगढ़ी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश
बिहारी भोजपुरी, मगही बिहार, उत्तर प्रदेश
पहाड़ी पहाड़ी, कुमाऊँनी, गढ़वाली उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश

'भाषा संवर्धिनी सभा' कहाँ स्थापित की गई थी? 

  1. देवरिया
  2. प्रयाग
  3. अलीगढ़ 
  4. वाराणसी 

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : अलीगढ़ 

हिन्दी साहित्य Question 13 Detailed Solution

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सही उत्तर अलीगढ़ है।  

  • अलीगढ़ में 1877 में भाषा संवर्धिनी सभा बनी। 
  • 'भाषा संवर्धिनी सभा' के संस्थापक बाबू तोताराम थे। 

Key Points

बाबू तोताराम

  • इनका जन्म अलीगढ़ के नगला सिंह में 1847 में हुआ।
  • हिंदी के प्रचार-प्रसार के लिए 'भारत-बंधु' पत्र निकाला।
  • भारतवर्षीय नेशनल एसोसिएशन का गठन किया।
  • 1894 में सार्वजनिक पुस्तकालय की नींव डाली जिसका नाम लायल लाइब्रेरी रखा गया। 
  • इन्होंने 11 ग्रंथों की रचना की। 
  • 7 दिसंबर 1902 में तोताराम का निधन हो गया।

इनमें से कौन सी गजानन माधव मुक्तिबोध जी द्वारा रचित रचना नहीं है?

  1. अँधा युग
  2. चाँद का मुँह टेढा
  3. भूरी-भूरी खाक धूल
  4. नए साहित्यकार का सौंदर्य शास्त्र

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : अँधा युग

हिन्दी साहित्य Question 14 Detailed Solution

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अँधा युग गजानन माधव मुक्तिबोध जी द्वारा रचित रचना नहीं है। अन्य विकल्प असंगत है ।अतः सही उत्तर विकल्प 1  " अँधा युग" होगा ।

Key Points

गजानन माधव मुक्तिबोध जी द्वारा रचित रचना:

कविता संग्रह

चाँद का मुँह टेढ़ा हैभूरी भूरी खाक धूल

कहानी संग्रह

काठ का सपनाविपात्रसतह से उठता आदमी

आलोचना

कामायनी : एक पुनर्विचार, नई कविता का आत्मसंघर्ष, नए साहित्य का सौंदर्यशास्त्र

अन्य विकल्प :

रचना:

रचनाकार

अँधा युग

धर्मवीर भारती

Additional Information

धर्मवीर भारती द्वारा रचित रचना

कहानी संग्रह

मुर्दों का गाँव, स्वर्ग और पृथ्वी, चाँद और टूटे हुए लोग, बंद गली का आखिरी मकान,

काव्य रचनाएं

ठंडा लोहा, सात गीत वर्ष, कनुप्रिया, सपना अभी भी

उपन्यास

गुनाहों का देवतासूरज का सातवां घोड़ा, ग्यारह सपनों का देश, प्रारंभ व समापन

निम्नलिखित में से कौन सी भाषा पश्चिमी हिंदी से संबंध रखती है ?

  1. बाँगरू
  2. राजस्थानी
  3. अवधी
  4. भोजपुरी

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : बाँगरू

हिन्दी साहित्य Question 15 Detailed Solution

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निम्नलिखित में से बाँगरू पश्चिमी हिंदी से संबंधित है।

Key Points

  • पश्चिमी हिंदी का विकास शौरसेनी अपभ्रंश से हुआ है।
  • पश्चिमी हिंदी की बोलियां-ब्रजभाषा,कन्नौजी,बुंदेली,कौरवी/खड़ी बोली,हरियाणवी(जाटू, बाँगरू),दक्खिनी।
  • पूर्वी हिंदी का विकास अर्धमागधी से हुआ है।
  • पूर्वी हिंदी की बोलियां-अवधि,बघेली,छत्तीसगढ़ी।

Additional Information 

  • शौरसेनी अपभ्रंश के अंतर्गत राजस्थानी हिंदी,पहाड़ी हिंदी,पश्चिमी हिंदी आती है।
  • राजस्थानी हिंदी की बोलियां-मारवाड़ी,मालवी,मेवाती,जयपुरी।
  • पहाड़ी हिंदी की बोलियां-कुमाउँनी,गढ़वाली।
  • बिहारी हिंदी की बोलियां-भोजपुरी,मगही,मैथिली।

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